Wednesday, March 18, 2009

नंबर वन, नंबर वन, नंबर वन!


नंबर वन, नंबर वन, नंबर वन! जहां जहां नजर जाती है, नंबर वन ही दिखाई देते है 'एक नसीबवाला मामूली स्टार' शाहरूख पिछले थोडे सालो से अपने आप को 'बोलीवूड का बादशाह' मान रहा है मायावती अपने आप को तीसरे मार्चे की सुपरस्टार समझ रही है शरद पवार अपने आप को 'पोलिटिश्यन नंबर वन' समझ रहे है लालूजी अपने आप को बिहार का बादशाह समझ रहे हैं तो रामविलास पासवान अपने आप को दलितो को मसीहां मान रहै है और अडवाणीजी की तो बात ही न करयो बिचारे कितने सालो से देश के नंबर वन नेताजी बनने के लिये उछलकूद कर रहे है सचमुच, भ्रम बहुत अच्छी चीज है कम से कम आदमी अपने दिल को तो बहेला सकता है भ्रम में रहेने का सब को जन्मसिद्ध अधिकार है और आजकल भ्रम में कोन नहीं है!

ये जन्मसिद्ध अधिकार का प्रयोग करने की धून आजकल 'कोमनमेन' पर भी सवार हों गई है आजकल सब 'डोग' अपने आप को 'डोन' समझ रहे हैं माशाअल्लाह, सबको नंबर वन बनना हैं हमारे एक मित्र महोदय आये दिन अपने आप को 'ब्लोगर नंबर वन' गिनाते है उन्हों ने अपने सभी मित्रो को ब्लोगलीलामां पीछे छोडने की कसम खाई है कसम भी किसकी पत्ता है? अपनी बीवी की!

एक दूसरे मित्र अपने आप को विवेचकशिरोमणी मान रहे है वो हररोज पहेले किसी की गलती ढूंढते है और फिर वो ज्ञानीओ में 'ज्ञानी नंबर वन' है वो हथोडा बडे प्यारे सें आपके सिर पर मार देते है हथोडा खाने की हम को आदत हो गई है का करे वडील मित्र जो ठहेरे ये नंबर वन खिलाडीओं की एक बहुत अजीब खासियत होती है-वो परम वक्ता होते है हमारी कमनसीबी ये है कि वो हमें परम श्रोता समझते है वो ये मानकर हिं चलते हैं कि बोलाना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है और उनकी बातों को सुनने के लिये है परम कृपालु परमात्मा ने हमें जन्म दिया है मुझे पहेले लगता था कि ईश्वरने ज्यादातर इन्सानो को इतना सहनशील क्यों बनाया है? पर जब नंबर वन लोगो को देखा तो प्रभु की लीला अपरंपरा है ये समझ गया!

मेरे एक सबसे प्यारे मित्र बडे रमूजी है वो कहेते है कि मुझे हररोज सबसे ज्यादा सू सू करनेवालो में नंबर वन बनना है वैसें भी कलम के इन वीर पहेरेदारो में उनकी और मेरी कोई खास अहेमियत नहीं है हम जहां भी जाते है हमारी गिनती आवरा, निकम्मे और अब तो निर्लज्जो में भी होती हैं चलो भाई, ये सब नंबर वन खिलाडी किसी केटेगरीमां तो हमारी गिनती करते है! जय हिंद!

(आजकल 'जय हो' को बहुत चलन है पर क्या करुं 'जय हो' सुनते है मेरे पीछे विदेशी नस्ल के कुत्ते दौड रहें हो ऐंसा लगता है....)

7 comments:

sourabh said...

kya baat hai ji..maja aa gaya
hamara blog bhi padhe..
www.sarparast.blogspot.com

सागर नाहर said...

हमारे एक मित्र महोदय आये दिन अपने आप को 'ब्लोगर नंबर वन' गिनाते है
यार कोटक भाई ये गलत बात है, हमारी आपस की बात को आपने सार्वजनिक कर दिया, कैर इसमें गलत भी क्या है? :)
સરસ લખો છો, મજા આવશે. હિન્દી લખતા હો ત્યારે ગુજરાતી શબ્દોં નો ઉપયોગ જરાક ઓછો કરશો તો વધારે સારુ લાગશે જેમ કે "વડીલ,કેટેગરી માં,રમૂજી' વિ.

॥दस्तक॥
गीतों की महफिल
तकनीकी दस्तक

अभिषेक मिश्र said...

aapka blog bhi No. 1 ki race mein shamil ho, shubhkaamnayein.

Sulabh Jaiswal "सुलभ" said...

स्वागत है आपका, ऐसे ही लिखते रहिये. धनयवाद.
- सुलभ जायसवाल ( यादों का इंद्रजाल )

sandhyagupta said...

Bahut khub.Likhte rahiye.

word-verification hata den to tippani karne me suvidha hogi.

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

good luck, narayan narayan

रवीन्द्र प्रभात said...

नियमित लिखते रहें इससे संवाद-संपर्क बना रहता है , ढेर सारी शुभकामनाएं !